Instagram

ये शख्स एक महीने तक पीता रहा ऊंटनी का दूध, उसके बाद जो हुआ वो था 'गजब'

राजस्थान के टोंक गांव में रहने वाले हनुमान बलि पिछले तीन साल से मधुमेह से पीड़ित थे। हजारों रुपये उनके इलाज में खर्ज हो गए थे जिसका आंकड़ा लाखों तक पहुंचने वाला था। तभी उनके दोस्त ने उन्हें ऊंटनी का दूध ट्राय करने बोला। हनुमान बलि ने सोचा जब इतने पैसे और इतनी दवाईयां ट्राय कर ही चुके हैं तो ये उपाय भी अपना ही लेता हूं। 

ये सोचकर हनुमान बलि ने ऊंटनी का दूध पीना शुरू किया। अभी उसे ऊंटनी का दूध पीते हुए एक महीने ही हुए थे कि उनका शुगर कंट्रोल हो गया और एक महीने बाद ही उनकी डायबीटिज पूरी तरह से ठीक हो गई। आज हनुमान बलि की डायबीटिज और मोटापा पूरी तरह से कंट्रोल में है और वो पहले की तरह हर चीज खा-पी रहे हैं और मेहनत कर रहे हैं। जबकि डायबीटिज और दवाई लेने के दौरान उसे कई चीजों से परहेज करनी पड़ती थी और वो ज्यादा शारीरिक क्रियाएं भी नहीं कर पाता था। आज वो पूरी तरह से तंदुरुस्त है और पहले से अधिक मेहनत करता है।  
ऊंटनी का दूध मधुमेह जैसी जटिल बीमारी ठीक करने के अलावा अन्य कई सारी बीमारियां भी ठीक कर देता है। इसका दूध लगातार एक से दो महीने तक पीने से शरीर की कई सारी बीमारियां ठीक हो जाती हैं। आइए इस लेख में जानें ऊंटनी के दूध के फायदे और उनसे दूर होने वाली बीमारी
मानसिक बीमारी दूर करने के लिए ऊंटनी का दूध रामबाण इलाज है। बीकानेर के राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र ने हाल ही में एक स्टडी कराई जिसमें इस बात की पुष्टि की गई कि ऊंटनी का दूध मंद बुद्धि बच्चों के लिए अमृत के समान होता है। जिस कारण ऑटिज्म जैसी बीमारियां और मानसिक विकार ठीक हो जाते हैं। इस कारण राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र ने ऊंटनी के दूध से बने कई तरह के उत्पाद भी बाजार में उतार दिए हैं और लोगों तक इसका फायदा पहुंचाने के लिए किसानों को मोटिवेट भी कर रहा है।
इस स्टडी में पंजाब के फरीदकोट में स्पेशल चिल्ड्रन के एक केंद्र में तीन महीने तक लगातार लगभग 10 को रोजाना सुबह-शाम 300 एमएल ऊंटनी का दूध पिलाया गया। इन बच्चों में बीमारी ठीक होने में दूसरे मंदबुद्धि बच्चों की तुलना में ज्यादा ग्रोथ पाई गई। 
ऊंटनी के दूध के फायदों को देखते हुए इसकी मांग यूरोप के बाज़ारों में काफी बढ़ गई है जिसके कारण ये बाजार में सुपर फूड का रुप ले चुका है। दरअसल गाय की दूध की तुलना में ऊंटनी के दूध में विटामिन बी और सी दस प्रतिशत ज्यादा होता है। ऊंटनी के दूध पर हुई अन्य शोध में भी इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि यह दूध डायबीटिज़ औऱ दिल की बीमारी के लिए बहुत हद तक प्रभावी होता है। खुद संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन चाहता है कि पश्चिमी देशों में मौरीतानिया से लेकर कज़ाकिस्तान के लोग ऊंटनी का दूध बेचना शुरु करें।
बीमारियों के अलवा ऊंटनी का दूध त्वचा निखारने का भी काम करता है। इस दूध में अल्फा हाइड्रोक्सिल अम्ल पाया जाता है। जो कि का काम करता है। इसीलिए इसका इस्तेमाल सौंदर्य संबंधी पोडक्ट बनाने में भी किया जाता है।